आईवीसी वैसे उसके विपरीत समकक्ष को भेजता है, बाईं वृक्क धमनी जो महाधमनी के सामने से क्रॉस होती है.
2.
[11] पेट की आवाज़ वृक्क धमनी का रोग (गुर्दे की आपूर्ति धमनियों का संकुचन) का संकेत हो सकता है।
3.
शिराओं में अशुद्ध रुधिर और धमनियों में शुद्ध रुधिर रहता है, पर फुप्फुसीय धमनी एवं वृक्क धमनी इसका अपवाद है।
4.
शिराओं में अशुद्ध रुधिर और धमनियों में शुद्ध रुधिर रहता है, पर फुप्फुसीय धमनी एवं वृक्क धमनी इसका अपवाद है।
5.
[11] पेट की आवाज़ वृक्क धमनी का रोग (गुर्दे की आपूर्ति धमनियों का संकुचन) का संकेत हो सकता है।
6.
नाभि के स्तर से ऊपर, महाधमनी आईवीसी के कुछ आगे होती है, जो दाईं वृक्क धमनी को उसके पीछे संचारण के लिए भेजती है.
7.
कहा जाता है, वह बिंदु है, जहां से वृक्क धमनी इस अंग में प्रवेश करती है और वृक्क शिरा तथा मूत्रवाहिनी बाहर निकलती है.
8.
अवतल सतह, जिसे वृक्कीय नाभिका (renal hilum) कहा जाता है, वह बिंदु है, जहां से वृक्क धमनी इस अंग में प्रवेश करती है और वृक्क शिरा तथा मूत्रवाहिनी बाहर निकलती है.
9.
अवतल सतह, जिसे वृक्कीय नाभिका (renal hilum) कहा जाता है, वह बिंदु है, जहां से वृक्क धमनी इस अंग में प्रवेश करती है और वृक्क शिरा तथा मूत्रवाहिनी बाहर निकलती है.